रिश्ते सामान्य लोगों की तरह ही होते हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि हम रिश्तों में विश्वास करते हैं और दूसरे लोगों पर भरोसा नहीं करते हैं। अक्सर धोखा अपने ही देते हैं । वास्तव में, कई रिश्ते भरोसे के लायक नहीं होते हैं।
किसी के लिए चाहे अपना वजूद भी दांव पर लगा दो वह तब तक आपका है जब तक आप उसके काम के हैं जिस दिन आप उसके काम के नहीं रहोगे या कोई गलती कर दोगे उस दिन वह आपकी सारी अच्छाइयां बुलाकर आपको अपनी औकात दिखा देगा
बो रात दर्द और सितम की रात होगी । जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी । उठ जाता हूं मैं यह सोचकर नींद से अक्सर की गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी ।।
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